Jasmine Flower in Hindi – चमेली के फूल की सभी जानकारी यहाँ से पढ़े।
Srishti Singh2024-06-26T00:46:35+05:30चमेली का फूल (Chameli ka Phool) – एक ऐसा फूल है जो सूरज ढलते ही खिलने लगता है। सुगंधित खुशबू वाले ये फूल 200 या उससे अधिक तरह के होते है। यहां, इस ब्लॉग में, हम लोगों को चमेली के फूल (Jasmine Flower in Hindi) के प्रकार और उपयोग के बारे में बताने की कोशिश करेंगे।
एक प्रसिद्ध लेखक और संगीतकार, ‘बेवर्ली निकोल्स‘ जिन्होंने 60 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं, उनके अनुसार – “जैस्मीन में एक मोहक खुशबू है और इंसान इस चमेली की खुशबू से उबरने में हार जाता है।” यह पंक्ति Chameli ke Phool की खुशबू का खूबसूरती का वर्णन करती है।
(SaveEarthLife) सेव अर्थ लाइफ में हमने लोगों को पृथ्वी को बचाने के लिए पेड़ लगाने के लाभों के बारे में जागरूक करने की पहल की है। तो आज हम आपको चमेली का फूल (Jasmine Flower in Hindi) के लाभ के बारे में बताएंगे।
Table of Contents
Toggleचमेली के फूलों के अन्य नाम: | जूही, मोगरा, चंपा बेला, मोतिया, मल्ली पुव्वु, चांदनी, आदि। |
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फूल का आकार: | 2.5 cm |
जैविक नाम: | जैस्मीनम स (Jasmine sp.) |
प्रजातियों के प्रकार: | 200 . से अधिक |
परिवार: | ओलेसी (Oleaceae) |
इस क्षेत्र में उगाए गए: | सीरिया, हवाई, पाकिस्तान, थाईलैंड, भारत, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और कई अन्य। |
बढ़ने के लिए तापमान: | हल्की सर्दी, गर्मी, मध्यम वर्षा और धूप वाले दिनों में अच्छी तरह से बढ़ता है। |
फूलों का मौसम: | मार्च- जून |
लोकप्रिय के रूप में: | बेले ऑफ़ इंडिया, खुशबू की रानी, इसके अलावा इंडोनेशिया, पाकिस्तान, थाईलैंड और सीरिया का राष्ट्रीय फूल |
चमेली फूल के बारे में - Meaning of Jasmine Flower in Hindi
सबसे पुराने और सबसे सुगंधित फूलों में से एक है चमेली का फूल (Jasmine Flower)। इसकी असाधारण खुशबू के कारण, इन फूल को “फूलों की रानी” के रूप में पहचाना जाता है और इसे “खुशबू की रानी” या “भारत की बेले“ भी कहा जाता है। यह 200 से अधिक विभिन्न प्रकार के चमेली के फूलों में भी आता है जो दुनिया के विभिन्न हिस्सों में उगते हैं और फूल की खुशबू के आधार पर एक दूसरे से अलग होते है।
चमेली के फूलों की उत्पत्ति पहले एशिया में शुरू हुई और बाद में यूरोप में फैल गई। बाद में, यह देश के कई अन्य हिस्सों जैसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, फ्रांस और इटली में फैल गई। भारत में, चमेली के फूल की कई प्रजातियाँ कई शहरों में फैली हुई हैं।
चमेली, मोतिया, जाति, मल्लिगे, जूही, मोगरा, या चांदनी के रूप में भारत में चमेली के फूल को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। भारत का सबसे प्रसिद्ध हिस्सा जो चमेली की खेती करता है, वह अजमेर, जौनपुर, मदुरै, मैसूर, राणाघाट, जयपुर, उदयपुर, कोटा और आंध्र प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में है।
चमेली के फूल के प्रकार - Types of Jasmine Flower in Hindi
भारत में विभिन्न प्रकार के Chameli ke Phool अलग – अलग मौसम, मिट्टी और जलवायु में उगाए जा सकते हैं। इनमें से कुछ पौधों की चर्चा नीचे की गई है –
1. आम चमेली का फूल (Normal Jasmin Flower)
यह सबसे आम Chameli ka Phool है जिन्हें अलग नाम से भी जाना जाता है। चमेली का फूल जिन्हें समर जैस्मिन, या कवि की चमेली भी कहते हैं। यह चमेली का फूल भारत में उगाए जाने वाला सबसे लोकप्रिय चमेली के फूल में से एक है।
इसके फूलों में पाँच पंखुड़ियाँ होती हैं, जो सफेद रंग की होती हैं, और इनकी खुशबू लगभग 1 km की सीमा तक फैल सकती है। ये पौधे आपके बगीचे के लिए एक अद्भुत पेड़ हैं क्योंकि ये मंत्रमुग्ध खुशबू और बड़े फूलों के साथ खिलते हैं।
2. मोगरा का फूल (Arabian Jasmine)
ये फूल पूर्वी हिमालय में उगाए जाते हैं, जिनमें सुंदर सफेद पंखुड़ियों की कई परतें होती हैं। भारत में, यह फूल साल भर खिलता हैं।
ये फूल अपने प्यारे सफेद रंग और मंत्रमुग्ध कर देने वाली खुशबू के साथ – साथ आपके घर की सजावट के लिए भी शानदार हैं। इस प्रकार के चमेली के फूल को अच्छी तरह से विकसित होने और फूलने के लिए नार्मल तापमान की आवश्यकता होती है।
3. पिली चमेली (Yellow Jasmine)
इस प्रकार के चमेली के फूल हिमालय क्षेत्र में उगाए जाते हैं जिन्हें बढ़ने और फूलने के लिए ठंडे तापमान की आवश्यकता होती है। इन चमेली के फूलों का नाम, फूल की खुशबू, पीले रंग और फूल की फ़नल जैसी आकार के अनुसार यह नाम दिया जाता है।
4. स्टार जैस्मीन (Star Jasmine)
ये असली Chameli ke Phool की श्रेणी के पौधे में नहीं आते हैं। हालाँकि, फूल को अभी भी उसके रंग, खुशबू और समानता के कारण चमेली की एक किस्म में माना जाता है।
ये लगभग सभी भारतीय घरों में पाए जाते हैं और किसी भी तापमान पर बढ़ सकते हैं। फूल सफेद रंग के होते हैं और आसमां के तारों की तरह फैले होते हैं, इस वजह से उन्हें स्टार जैस्मीन कहा जाता है।
5. सफेद चमेली (White Jasmine)
यह पर्वत पर उगने वाला चमेली का फूल है जो सदाबहार होता है और किसी भी प्रकार की जलवायु स्थिति में बढ़ सकता है। ये पौधे तेजी से बढ़ते हैं और आमतौर पर घरों में सजावट के लिए उगाए जाते हैं। उनके पास लाल-गुलाबी फूल और गहरे हरे पत्ते होते हैं।
6. गंधराज (Cape Jasmine)
ये पौधे गर्म क्षेत्रों में पनपते हैं और बढ़ने के लिए बहुत अधिक देखभाल की मांग करते हैं, फिर भी लोगों द्वारा उनकी सुंदरता के कारण उन्हें पसंद किया जाता है। इन फूलों की सुखुशबू मोहक और यादगार है। लेकिन फिर भी, इसे नकली Chameli ka Phool माना जाता है क्योंकि वे चमेली परिवार का हिस्सा नहीं हैं।
7. रात की रानी (Night- Blooming Jasmine)
इस प्रकार के चमेली के फूल सामान्य वातावरण क्षेत्रों और ठंडे क्षेत्रों में जीवित रह सकते हैं।
इस फूलों को इनडोर फूलों के रूप में भी लगाया जा सकता है। ये फूल साल में कम से कम चार बार अलग-अलग मौसम में खिलते हैं। फूल की सुखुशबू तेजस्वी होती है और 1 km से अधिक दूर तक फैल सकती है।
8. जंगली चमेली (Wild Jasmine)
इस प्रकार के चमेली के फूल में पीले फूलों का एक गुच्छा होता है जिसमें बहुत कम या कोई खुशबू नहीं होती है और यह गहरे हरे रंग का होता है। यह ज्यादातर जंगली क्षेत्र में उगाए जाते हैं और उन्हें बहुत कम देखभाल की आवश्यकता होती है। यह गरम जलवायु में भी बढ़ सकते हैं। अन्य पौधों की तुलना में इस पौधे में फूल देर से आते हैं।
9. रॉयल जैस्मीन (Royal Jasmine)
रॉयल जैस्मीन की पत्तियों का उपयोग आयुर्वेद के अनुसार विभिन्न प्रकार की हर्बल दवाओं में किया जाता है। इस प्रकार के चमेली के फूल को बढ़ने के लिए सामान्य तापमान और हलके गरम मौसम की आवश्यकता होती है।
वे मुख्य रूप से अपने सुंदर और आकर्षक दिखने के कारण सजावट के लिए उपयोग किए जाते हैं। फूल सफेद-गुलाबी रंग के होते हैं और एक आकर्षित खुशबू होती है।
10. जापानी चमेली (Primrose Jasmine)
इस तरह की चमेली जल्दी और बिना देखभाल के बढ़ सकती है और सावधानीपूर्वक छंटाई के साथ इसे नियंत्रण में रखा जाता है। यह एक सदाबहार झाड़ी है जिसमें पत्तियों का गहरा हरा रंग और पीले फूल होते हैं। हर बार जब आप इस चमेली के फूल की पत्तियों को काटते हैं, तो यह झाड़ीदार हो जाता है, जिस कारण यह सजावट के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन जाता है।
चमेली के फूल का पेड़ कैसे उगाएं? - How to Grow Jasmine Flower in Hindi
हर चमेली के फूल को तापमान, जल, मिट्टी की संरचना, सिंचाई और कीट संरक्षण में भिन्नता की आवश्यकता होती है। आइए एक संक्षिप्त नज़र डालें कि विभिन्न परिस्थितियों में चमेली के फूल को उगाने के लिए क्या महत्वपूर्ण है।
मिट्टी और जलवायु की आवश्यकता (Soil & Climate Requirement)
- चमेली उगाने के लिए विभिन्न प्रकार की मिट्टी का उपयोग किया जाता है। ज्यादातर, चमेली का फूल नम, अच्छी तरह से सूखा, बलुई, दोमट और चिकनी मिट्टी में अच्छी तरह से बढ़ता है।
- चमेली अपने विकास के लिए ज्यादातर हल्के और ट्रॉपिकल (Tropical) जलवायु को पसंद करती है। यह हल्की सर्दी, गर्मी, मध्यम वर्षा और धूप वाले दिनों में उगाया जाता है।
- चमेली के फूलों के पेड़ जून से नवंबर के बीच लगाए जाने चाहिए।
- वर्षा की आवश्यकता 800 से 1000 mm के बीच होती है और चमेली के फूल के विकास के लिए बहुत जरूरी होती है।
Step 1:
चमेली के पौधे के लिए उपयुक्त स्थान खोजें – आप इस बात का खासतौर से ध्यान रखें की प्रत्येक चमेली के पौधे को बढ़ने के लिए अलग-अलग मात्रा में प्रकाश और मिट्टी की आवश्यकता होती है। लेकिन अधिकांश पौधों को पूरी तरह से विकसित होने के लिए छाया की भी आवश्यकता होती है। कुछ पौधे दीवारों के सहारे बढ़ते हैं जबकि कुछ जमीन पर लेटकर बढ़ते हैं। इसके अलावा, चमेली के कुछ फूल झाड़ियों के रूप में भी उगते हैं। हमेशा पौधे की आवश्यकता के अनुसार जगह चुनें।
Step 2:
मिट्टी तैयार करें – अधिकांश चमेली सुखी मिट्टी में अच्छी तरह से बढ़ते है। अगर आप इसे गमले में लगा रहे हैं तो गमले के नीचे एक छेद कर दें जिससे पानी पूरी तरह निकल जाए। यदि आप पौधों का बाहर रोपण कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि पानी एक स्थान पर स्थिर न हो जाए।
Step 3:
जगह बनाएं – दो चमेली के फूलों के पेड़ों के बीच की दूरी याद रखें। दूरी पर्याप्त होनी चाहिए ताकि चमेली के दोनों पौधे अपनी पूरी लंबाई तक बढ़ सकें। दो चमेली के पेड़ों के बीच का अंतर 8 फीट होना चाहिए।
Step 4:
चमेली के फूल का पेड़ लगाएं – चमेली की जड़ को धीरे से मिट्टी (फूलदानी या सीधे जमीन) के अंदर रखें। थोड़ा पानी डालें और जड़ों को अतिरिक्त मिट्टी से ढक दें, ताकि पानी देते वक़्त यह पानी पौधे के नीचे फंस जाए। इसे अच्छी तरह उगने के लिए सही मात्रा में पानी दें।
Step 5:
कुछ उर्वरक या खाद डालें – मिट्टी में कुछ नाइट्रोजन युक्त उर्वरक और कुछ पानी के साथ जैविक खाद डालें। अपने चमेली के फूल को उसके वास्तविक आकार में बढ़ने देने के लिए हर 6 महीने में इस गतिविधि को दोहराते रहें।
लेयरिंग (Layering) द्वारा चमेली के फूल का पेड़ उगाना:
उत्तर भारत में लेयरिंग जून से जुलाई तक होती है, जबकि दक्षिण भारत में यह जून से दिसंबर तक होती है। एक साल पुराने अंकुरों को तिरछे तरीके से काटा जाता है और परतों को तैयार करने के लिए जमीन में गहरा यानि लगभग 10-15 cm गहरा दबा दिया जाता है। इस कारण से 90 से 120 दिनों में जड़ बन जाती है।
चमेली के फूल के पेड़ को काटकर (Cutting) उगाना:
चमेली के कुछ पौधों को काटकर और रोप कर उगाया जा सकता है। 3-4 नयी टहनियाँ (नोड्स) की कटिंग करें जो 22-25 cm लम्बी हो, और इन्हें रोपें। यह नयी टहनियाँ आपको अप्रैल और सितंबर के बीच में सबसे ज्यादा मिल सकती है।
रोपण से पहले, उर्वरकों को नयी टहनियाँ (नोड्स) के सिरे पर लगाया जाता है। कटे हुए टहनी को एक दूसरे से 7cm अलग लगाए और 5 cm से अधिक गहराई पर रोपें।
चमेली के फूल की देखभाल कैसे करे?- How to Care Jasmine Flower in Hindi?
- हालांकि चमेली के पौधे की देखभाल करना मुश्किल नहीं है लेकिन इसमें काफी समय और मेहनत लगती है। जब वे छोटे होते हैं तो उन्हें उचित देखभाल की आवश्यकता होती है लेकिन एक बार जब वे बढ़ जाते हैं, तो उन्हें समय-समय पर छंटाई की जरूरत होती है।
- कुछ चमेली के पौधों को बढ़ने के लिए लकड़ी या दीवार के सहारे की जरूरत होती है। चमेली के पौधे को उगाने के लिए एक लंबी रस्सी या डंडी से बांध दें।
- फूलों के मौसम में सर्वोत्तम परिणाम के लिए, चमेली के पौधे को वसंत के मौसम की शुरुआत से पहले पौधे को खाद दें।
- पौधे कीड़ों और छोटे कीटाणुओं को भी आकर्षित करते हैं, पौधे को इन कीड़ों से बचाने के लिए कुछ कीटनाशी अपने पौधे में डाले।
- आप पौधे को इन कीटों से बचाने के लिए नीम और कडुआ तेल का इस्तेमाल कर के भी बचा सकते है।
- यदि आपका चमेली का पौधा फूल नहीं नहीं दे रहा है, तो आपको पौधे में नाइट्रोजन के स्तर को कम करना चाहिए। मिट्टी में जितना अधिक नाइट्रोजन होता है, चमेली को उगाना उतना ही मुश्किल होता है।
इंडोर चमेली के फूल की देखभाल कैसे करे? How to Care Indoor Jasmine Flower in Hindi?
- चमेली के फूल के कुछ प्रकार को घर के अंदर उगाने के लिए भी उपयोग की जाती हैं। एक परेशानी यह है कि उन्हें अच्छी तरह से विकसित होने के लिए कुछ धूप और नमी की आवश्यकता होती है।
- आप वसंत ऋतु में छंटाई के माध्यम से बढ़ती हुई चमेली की ऊंचाई को नियंत्रित कर सकते हैं।
- इंडोर चमेली के पौधे के लिए साल में दो बार उन्हें खाद दें।
- रोपण से पहले पौधों को कीड़ों से बचाने के लिए जैविक खाद का प्रयोग करें।
चमेली के फूल के उपयोग और लाभ - Uses of Jasmine Flower in Hindi
आपके घर में चमेली का फूल उगाने का एकमात्र कारण चमेली का सुंदर रूप और उनसे उत्पन्न होने वाली खुशबू है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके घर में चमेली के फूल रखने के और भी फायदे होते हैं?
खुशबू में अच्छा होने के अलावा, चमेली का फूल आपके बगीचों में तितलियों, टिड्डों आदि जैसे बहुत सारे कीड़ों को आकर्षित करता है। ये फूल खाने योग्य फूल भी हैं जिनका उपयोग चाय के बनाने के लिए किया जाता है।
आइए अब चमेली के पौधे उगाने के कुछ लाभों पर एक नजर डालते हैं।
चमेली की चाय - Jasmine Tea in Hindi
- चमेली की चाय एक प्रकार की हर्बल चाय है जिसमें फूलों की खुशबू का स्वाद होता है।
- इस हर्बल चाय के कई स्वास्थ्य लाभ हैं जैसे कि यह लोगों को डिप्रेशन से उबरने, तनाव कम करने और उनकी नसों को शांत करने में मदद करती है।
- चाय में एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण भी होते हैं, जो फेफड़ों में दर्द, गले में खराश, फ्लू, निमोनिया और अन्य फेफड़ों के विभिन्न रोगों के इलाज में मदद करते हैं।
- इसके अतिरिक्त, चमेली की चाय का उपयोग अकसर स्नान में इस्तेमाल किया जाता है जो तनाव को कम करता है और शरीर के दर्द और जकड़न को दूर करता है।
- चमेली का फूल भी त्वचा को नरम करता है, बवासीर को कम करता है और यहां तक कि कुछ बाहरी जीवाणु संक्रमण का भी इलाज करता है।
- किसी व्यक्ति के दिल की स्थिति की बात करें तो चमेली का फूल ब्लड फ्लो में मदद करता है और दिल के दौरे को रोकता है।
चमेली का तेल - Jasmine Oil in Hindi
- चमेली से प्राप्त होने वाले सबसे लोकप्रिय उत्पादों में से एक चमेली की पंखुड़ियों से प्राप्त तेल है।
- तेल उत्पादन के लिए उपयोग किए जाने वाले चमेली के दो मूल प्रकार के फूल हैं – रॉयल जैस्मीन (Royal Jasmine) और आम चमेली (Normal Jasmine)
- चमेली के फूल की पंखुड़ियों को एक तेल के पतीले में गर्म किया जाता है ताकि उस स्थान को खुशबू से भर दिया जा सके और तेल का इस्तेमाल त्वचा की मालिश करने में किया जाता है।
- इस तेल में चमेली के फूलों की तुलना में ज्यादा तेज खुशबु होती है।
- चमेली के आवश्यक तेल में एंटी-फंगल प्रभाव होते हैं, जो हमारी त्वचा को फंगस से बचाता है।
चमेली के फूल के गहने - Ornaments of Jasmine Flower in Hindi
- रॉयल जैस्मीन (Royal Jasmine) जो एक प्रकार का चमेली का फूल है, उसके फूलों में एक चमकती हुई सुन्दर खुशबू है।
- यह चमेली के फूल सफेद-गुलाबी रंग के होते हैं जो एक अच्छी खुशबू पैदा करते हैं।
- इन शाही चमेली को उनके सुंदर रूप और खुशबू के कारण भारत में गहनों के रूप में उपयोग किया जाता है, जिन्हें हार और झुमके बनाने के लिए इस्तेमाल होता है।
- इन चमेली के फूलों का उपयोग भारत में समारोहों और त्योहारों के दौरान घरों और इमारतों को सजाने के लिए किया जाता है।
चमेली के फूल का धार्मिक महत्व - Religious Importance of Jasmine in Hindi
- चमेली का फूल सबसे पहले तमिलनाडु के एक जगह ‘मदुरै’ गांव में उगने लगा। चमेली के फूल को लोकप्रिय रूप से ‘मदुरै मल्ली’ के नाम से जाना जाता है, जिसका नाम इस स्थान पर इसकी उत्पत्ति के लिए रखा गया है।
- भारतीय संस्कृति में चमेली के फूल का एक बहुत ही खास स्थान है और इसलिए यह कई रीति-रिवाजों का हिस्सा है।
- चमेली के फूल का उल्लेख “महाभारत और कामसूत्र” जैसी हिंदू पुराणों में भी किया गया है।
- यह भी माना जाता है कि जब देवी पार्वती अपने पति भगवान शिव से मिल रही थीं, तो उन्हें चमेली के फूल से खूबसूरती से सजाया गया था।
- जब भी वह भगवान शिव से मिलती तो हर बार विभिन्न प्रकार के चमेली के फूलों का इस्तेमाल करती थी।
- देवी पार्वती को चमेली का फूल बहुत पसंद था और इसलिए चमेली का फूल मदुरै और उसके आसपास उगाया जाता है।
चमेली के पौधे का सारांश - Summary of Jasmine Flower in Hindi
- चमेली के फूल के पौधे की ऊंचाई 10 से 15 फीट तक होती है
- चमेली के पौधे की पत्तियाँ अधिकतर सदाबहार होती हैं
- अधिकांश प्रकार के चमेली के फूलों का रंग सफेद होता है और आमतौर पर आकार में छोटा होता है
- मूल रूप से पेड़ जून से नवंबर के बीच लगाए जाने चाहिए।
- चमेली का फूल सीधे बीज, लेयरिंग या कटिंग के माध्यम से उगाया जाता है।
- चमेली के फूल से सुगंधित तेल निकलता है जिसमें मोहक खुशबू होती है।
- तेल उत्पादन के लिए उपयोग की जाने वाली दो मूल प्रकार की चमेली हैं रॉयल जैस्मीन (Royal Jasmine) और आम चमेली (Normal Jasmine Flower)
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
कुछ चमेली के फूलों का उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है। इसमें शामिल हैं:
- चमेली के फूल की अच्छी मात्रा लीजिए
- एक चमेली के फूल के सिरे को दूसरे सिरे से बांधें
- एक सुई – धागा लें और दोनों चमेली के फूल के तने को काट लें
- उपरोक्त चरणों को तब तक दोहराएं जब तक आपको आभूषण की आवश्यक लंबाई न मिल जाए
- अंतिम चमेली के फूल के बाद एक गाँठ बाँधें
कई राज्य और देश चमेली के फूल को अपना राष्ट्रीय फूल मानते हैं जिसमें शामिल हैं:
- पाकिस्तान: जैस्मिनियम Officinale (जिसे ” चमेली ” या “यास्मीन” भी कहा जाता है), देश का राष्ट्रीय फूल है।
- थाईलैंड: चमेली के फूल जन्मभूमि के प्रतीक हैं।
- सीरिया: शहर दमिश्क, जिसे चमेली का शहर भी कहा जाता है।
- इंडोनेशिया: आम जैस्मिन (जैस्मिनियम सांबाक) इंडोनेशिया का राष्ट्रीय फूल भी है।
चमेली का रंग भिन्न प्रकार का होता है। हल्के पीले, सफेद, क्रीम, हल्के गुलाबी, आदि कुछ चमेली के रंग होते है।
फूल जुलाई से अक्तूबर के महीने में लगाया जाता है और मार्च से जून के महीने में खिलना शुरू हो जाता है।
भारत में कुछ बेहतरीन महक वाले फूलों में गुलाब, चमेली, गेंदे, गार्डेनिया आदि शामिल हैं।
चमेली के फूल को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है जो इसकी उत्पत्ति, रंग या प्रकार पर निर्भर करता है। कुछ सामान्य नामों में ‘चमेली’, ‘यास्मीन’, ‘ मल्लिक पुव्वु’, ‘मोगरा’, आदि प्रकार शामिल हैं।
फूलों को उगाने वाला एक हार्मोन होता है जिसे ‘फ्लोरिजेन’ (Florigen) कहा जाता है जो दिन के समय पौधों के बीच पत्तियों से लेकर फूलों के अंकुर तक जाता है। यह चमेली के पौधे के फूलों के नोड्स में जमा हो जाता है और रात में फूल आने को प्रेरित करता है।
चमेली सामान्य मौसम के क्षेत्र में, विशेष रूप से छायाकार क्षेत्र में अच्छी तरह से बढ़ती है। जब वे बढ़ते हैं तो उन्हें अच्छी मात्रा में सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है। मिट्टी की आवश्यकता सुखी लेकिन नम रेतीली और दोमट मिट्टी से भिन्न होती है।
हाँ, जब तक चमेली के फूल को धूप, पर्याप्त नम, मिट्टी और खाद मिल रहा है, वे गमलों में भी उग सकते हैं। केवल एक चीज जिसे याद रखने की जरूरत है, की हर 4 महीने में उसकी चटाई करें।
चमेली के न खिलने का मुख्य कारण धूप की कम मात्रा और मिट्टी की खराब स्थिति हो सकती है। चमेली के फूल को थोड़ी नम मिट्टी के साथ 6 से 7 घंटे सूरज की रोशनी की जरूरत होती है जो गर्मियों में उन्हें बेहतर बढ़ने में मदद करता है।